प्यार को तरसी मामी को दिया अपने लंड का सहारा – Mami ki Chudai

Mami ki Chudai

इंडियन लेडी सेक्स कहानी में मैंने अपनी भोली सीधी सादी मामी को प्यार जता कर चोदा. मेरी मामी देसी ब्यूटी थी. लेकिन मामा उनसे दुर्व्यवहार करते थे.
दोस्तो, कैसे हैं आप सब … आशा करता हूं कि आप सब ठीक ही होंगे.
मेरा नाम वासु शर्मा है. मेरी हाइट 5 फुट 9 इंच है. मैं दिल्ली के एक जिम में जाता हूं, जिसकी वजह से एकदम फिट हूं.
लड़कियों के लिए बता दूँ कि मेरे लंड का साइज सामान्य है.
मैं यह नहीं कहता कि मेरा इतना मोटा है या इतना लंबा है. जितना सामान्य भारतीय लोगों का होता है, उतना ही है.
दिखने में मैं काफी स्मार्ट हूं, जिससे मुझसे कोई भी लड़की आसानी से पट जाती है.
और यह अब तक का अनुभव रहा है कि कभी भी किसी भी लड़की ने मुझे ना नहीं की है.
मैं इस वेबसाइट का एक नियमित पाठक हूं.
यह मेरी दूसरी सेक्स कहानी है जो मैं आप सबके साथ साझा करने जा रहा हूं.
मैं आशा करता हूं कि यह इंडियन लेडी सेक्स कहानी आप सभी को पसंद आएगी.
कहानी शुरू करने से पहले मैं अपनी मामी के बारे में बता देता हूं.
वे बहुत खूबसूरत हैं और एक अच्छे खासे शरीर की मालकिन हैं.
उनका फिगर 34-30-38 का है और रंग दूध जैसा सफेद है.
अगर उन्हें कोई भी देख ले, तो वह उनसे प्यार कर बैठेगा और वह एक बार तो मुट्ठी जरूर ही मार लेगा.
यह सेक्स कहानी अब से एक साल पहले की उस समय की है, जब मेरे मामा की शादी हुई थी.
मैं तब सब बातें जानता समझता था.
मैंने शादी में देखा था कि मेरी मामी बहुत सुंदर लग रही थीं.
चूंकि वे काफी सीधी-सादी हैं तो उनकी सादगी उनकी खूबसूरती में चार चाँद लगा रही थी.
कहने का आशय यह कि खूबसूरत महिलाओं के नखरे आदि जैसी बात मामी में नहीं थी इसलिए उनकी सरल सी मुस्कान किसी का भी दिल मोह लेने के लिए काफी थी.
मेरे मामा का घर हमारे पास में ही था.

Mami ki Chudai-1

फेसबुक पर मिली भाभी को दिल्ली होटल में चोदा – Bhabhi ki Chudai

हम लोग उनकी शादी समारोह का मजा ले रहे थे.
शादी के बाद मामी जी घर में आ गईं और धीरे धीरे सब कुछ सामान्य होने लगा.
जैसे-जैसे शादी को वक्त गुजरता गया, उन दोनों पति पत्नी के बीच झगड़े होने लगे.
चूंकि हम लोगों के घर एक ही मुहल्ले में थे तो मैं देखता था कि मेरे मामा के घर में आए दिन किसी ना किसी बात को लेकर लड़ाई होती रहती थी.
मामा अक्सर मामी पर गुस्सा होते रहते थे.
मेरी मामी बहुत सीधी-सादी होने के कारण उनसे कुछ नहीं कहती थीं.
जबकि मामा जी अक्सर गुस्से में मामी को पीट दिया करते थे.
यही सब देखते-देखते मैं 20 साल का हो हो गया था.
मुझे अपनी मामी पर बहुत तरस आता था.
और मुझे अपने मामा पर बहुत गुस्सा आता था, मगर मैं कुछ नहीं कर सकता था.
फिर मैंने मामी से नजदीकियां बढ़ाने की सोची और अक्सर जब मामा बाहर जॉब पर जाते थे तो मैं मामी से बात करने चला जाया करता था.
धीरे-धीरे मैंने मामी से दोस्ती कर ली और उनके साथ उनका दुख बांट लिया करता था.
वे अक्सर बात करते करते ही मेरे सामने रो दिया करती थीं.
धीरे-धीरे मुझे अपनी मामी से प्यार होने लगा था और शायद मामी को भी मुझसे.
फिर एक दिन मैंने अपनी मामी से पूछा- आप यह सब कैसे सहन कर लेती हैं?
इस पर उन्होंने कहा- मैं कर भी क्या सकती हूं!
मैंने कहा- क्यों आप जब तक कुछ विरोध नहीं करेंगी, तब तक मामा जी को कुछ भी समझ में आने वाला नहीं है!
वे कहने लगीं- मैं क्या कर सकती हूँ, मुझे कुछ समझ में ही नहीं आता है.
मैंने उनसे बोल दिया- मैं आपको बहुत पसंद करता हूं. आप विरोध के लिए एक कदम आगे बढ़ाएंगी, तो मैं आपके साथ दो कदम आगे चलूँगा. मैं आपसे प्यार करता हूँ.
मेरी इस बात को लेकर वे बहुत नाराज हो गईं और बोलीं- आज के बाद मुझसे कोई बात नहीं करना. मैं तुम्हें अपना अच्छा दोस्त मानती थी पर तुम मेरे बारे में यह सोचते हो. मुझे तुमसे ये उम्मीद नहीं थी!
मैं चुप रहा और वहां से चला आया.
कुछ दिन बाद ही दोबारा से मामा और मामी की लड़ाई हो गई.
मामा ने मामी को बहुत मारा.
यह सब होने के बाद में 2 दिन बाद गया.
मैं जब मामी के पास गया तो मामी अचानक से मेरे सीने से लग कर रोने लगीं.
पहले तो मैं सकपका गया कि यह क्या हुआ.
फिर मैंने उन्हें तसल्ली दी और उन्हें बहुत समझाया.
मेरे मनाने पर वे चुप हो गईं और मुझसे बात करने लगीं.
मैंने मौके का फायदा उठाकर उनसे फिर से कहा कि मैं आपको बहुत पसंद करता हूं, लेकिन आप हो कि मेरी तरफ देखती ही नहीं हो!
इस बात पर वे थोड़ी देर चुप रहीं, फिर बोली- पसंद तो मैं भी तुमको बहुत करती हूं, लेकिन तुम्हारे मामा से डरती हूं कि कहीं उन्हें पता लग गया तो मैं घर से भी निकाल दी जाऊंगी. मैं उस सूरत में अपने घर पर भी नहीं जा पाऊंगी, उधर क्या मुँह दिखाऊंगी सबको?
मैंने उनसे कहा- ऐसा कुछ नहीं होगा. मैं आपका बहुत ध्यान रखूंगा. आपसे हमेशा प्यार करता रहूंगा. आपको कभी धोखा नहीं दूंगा.
वे चुप हो गईं.
उसके बाद मैं अपने घर आ गया.
अब धीरे-धीरे हमारी फोन पर बातें होने लगीं.
मामी की बातों से मुझे यह मालूम चला कि मामा से सेक्स सही से नहीं हो पाता है.
जब मैंने मामी से मामा जी की चुदाई को लेकर कुछ खुल कर पूछना चाहा तो मामी जी चुप हो गईं और उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि वक्त आने पर तुम सब कुछ जान जाओगे.

Mami ki Chudai-2

तब मैं उनकी इस बात का मर्म समझ ही न सका.
मैं लगभग हर बार मामी जी से मामा के साथ हुई चुदाई को लेकर बात करने की कोशिश करता, पर वे हर बार उस बात का जबाव देने से बच जाती थीं.
एक दिन मैंने उनसे कहा- मुझे आपसे अकेले में मिलना है. जब आपके घर पर कोई नहीं हो, तब बता देना.
उन्होंने कहा- ठीक है.
फिर अगले दिन मामा जॉब पर गए, तब उनका मैसेज आया कि तेरे मामा जॉब पर चले गए हैं. मैं तुम्हारे लिए चाय बना रही हूं, आ जाओ.
मैं चला गया.
वहां पर जाकर बैठा, हम दोनों ने साथ में चाय पी और बातें करने लगे.
बातें करते करते मैंने उनका हाथ पकड़ लिया.
उन्होंने कुछ नहीं बोला.
कुछ पल बाद उन्होंने उठकर टीवी ऑन कर दिया.
टीवी में किसिंग वाला एक हॉट सीन आ रहा था.
उसे देखकर मैं उनकी तरफ देखने लगा.
मामी थोड़ा शर्माने लगीं.
मैं उनके थोड़ा नजदीक हो गया और उन्हें हग करने लगा और उन्हें प्यार करने लगा.
वे भी धीरे-धीरे मुझसे प्यार करने लगीं और मेरा विरोध ना करते हुए मेरा साथ देने लगीं.
मामी मेरी बांहों में एकदम से झूल सी गई थीं और वे काफी सुकून महसूस कर रही थीं.
मैंने मामी के गाल पर चुम्मी ली तो वे मदहोशी भरी नजरों से मेरी आंखों में देखने लगीं और उन्होंने अपने लरजते हुए होंठों को मेरे होंठों पर रख दिए.
हम दोनों लिप किस करने लगे.
किस करते-करते मामी गर्म होने लगीं और मुझे भी सेक्स चढ़ने लगा.
मैं उन्हें गोदी में उठा कर उनके ही रूम में ले गया और हम पागलों की तरह एक दूसरे को किस करने लगे थे.
मामी के होंठों को किस करते-करते मैं उनके बूब्स दबा रहा था.
मामी Delhi Sexy Girl की तरह दिख रही जो पूरी हवस से भर चुकी थी. वे और ज्यादा चुदासी होने लगीं और उनकी सांसें बहुत तेज चलने लगी थीं.
मैंने अब उनके कुर्ते को उतार दिया और वे मेरे सामने ब्रा में आ गई थीं.
फिर मैंने उनकी गर्दन को चूमते हुए उनकी ब्रा भी खोल दी और उनके बूब्स को पीने लगा.
मामी की सांसें और तेज होने लगीं.
वे मुझे अपने दूध पिलाती हुई सर को सहलाने लगी थीं.
मैं भी उनके एक दूध के निप्पल को अपने होंठों के बीच दबा कर खींचने लगा … साथ ही दूसरे दूध को हाथ से दबाते हुए उन्हें मीठा दर्द देने लगा.
वे भी मुझे अपने मम्मों से खेलने के लिए कहे जा रही थीं- आह आह … और जोर से दबा लो मेरे दूध चूस लो.
कुछ देर बाद मैंने उनके दूध से मुँह हटाया तो उन्होंने भी मेरे कपड़े उतारने चालू कर दिए.
मैंने भी देर न करते हुए उनकी सलवार उतार दी.
अब वे मेरे सामने सिर्फ पैंटी में थीं.
मैंने उनके बदन को जीभर के चूमना चालू कर दिया और मैंने उनके पूरे शरीर को चूम चाट कर गीला कर दिया.
कुछ देर बाद मैंने उनकी पैंटी भी उतार दी और उनकी चुत को किस करने लगा.
वे मेरे सिर को पकड़ कर अपनी चुत पर दबाने लगीं.
कुछ देर बाद मैंने मामी से अपना लंड चूसने को कहा.
कुछ पल आनाकानी करने के बाद मामी मान गईं और वे मेरे लंड को चूसने लगीं.
वे लंड को बहुत अच्छी तरह से चूस रही थीं.
मैं बता नहीं सकता कि मुझे मामी से अपना लंड चुसवाने में कितना ज्यादा मजा आ रहा था.
मैंने उनकी चूचियों को दोबारा किस करना चालू कर दिया.
इस बार वे कहने लगीं- प्लीज अपने लंड को मेरी चुत में डाल दो, मुझसे अब रहा नहीं जा रहा है.
मैंने उनकी दोनों टांगों को फैला दिया और अपने लंड को उनकी चुत पर सैट करके जैसे ही धक्का मारा, मेरा आधा लंड उनकी चुत में घुस गया.
वे चिल्ला उठीं- आह मर गई … प्लीज रहने दो … बहुत दर्द हो रहा है आह ओह!
मामी दर्द भरी सिसकारियां ले रही थीं. यह देख कर मैं थोड़ा सा रुक गया और उन्हें दोबारा किस करने लगा.
थोड़ी देर बाद में वे सामान्य हो गईं और मैंने धीरे धीरे करके अपना पूरा का पूरा लंड उनकी चुत में उतार दिया.
इस बार वे पहले की तरह नहीं चिल्लाईं, पर उन्हें थोड़ा दर्द हुआ.

Mami ki Chudai-3

सेक्स करती हुई वे आह आह कर रही थीं.
कुछ देर बाद जब वे लौड़े से मजा लेने लगीं.
तब मैंने उन्हें डॉगी स्टाइल में खड़ी करके पीछे से लंड पेल कर चोदा.
मैंने उन्हें बहुत देर तक चोदा.
काफी देर तक चले इस सेक्स में वे दो बार झड़ चुकी थीं.
मैं झड़ने के बाद शिथिल होकर लेट गया और अपनी सांसें नियंत्रित करने लगा.
थोड़ी देर आराम करने के बाद मामी जी उठ कर अपनी कुर्ती पहन कर मेरे लिए चाय बनाने चली गईं.
हम दोनों ने चाय पी और मैंने फिर से उनके साथ मस्ती करना शुरू कर दी.
मैंने जल्दी ही उन्हें गर्म कर दिया और दोबारा से चोदा.
वे मुझसे कहने लगीं- कहीं तुम मुझे धोखा तो नहीं दे दोगे?
मैंने उनसे कहा- मैं आपको हमेशा जिंदगी भर प्यार करूंगा, कभी धोखा नहीं दूंगा.
वे मुझसे कहने लगीं- मैं तुम पर बहुत भरोसा करती हूं और प्यार भी करती हूं. मेरा भरोसा कभी मत तोड़ना.
उसके बाद से अब हम दोनों रोजाना सेक्स करने लगे थे.
अगर आपको मेरी मामी की चुदाई की कहानी पसंद आई हो, तो मुझे ईमेल पर जरूर बताएं.

savitabhabhi

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