हैल्लो दोस्तों, यदि आप Antarvasna Sex Story पढ़ने के लिए वेबसाइट पर बने रहें। तो चलिए कहानी शुरू करते है मेरा नाम मनीषा है और समीर मेरा दोस्त है. दोस्तों हमने घूमने का प्लान बनाया और मैंने अपने कपड़े पैक किए और घर पर कह दिया कि शालिनी के अंकल की तबियत ठीक नहीं है, में शालिनी के साथ मुरादाबाद जा रही हूँ और 2-3 दिन में आ जाऊंगी.
फिर मैंने समीर को फोन किया कि हम दोपहर को नहीं रात में स्टेशन पर ही मिलते है और रात 10 बज़े लखनऊ मैल थी. फिर में 9 बजे रेल्वे स्टेशन पहुँच गई और वहां समीर मेरा इंतजार कर रहा था और मेरा रिजर्वेशन समीर ने ही करवाया था, लेकिन कन्फर्म नहीं हुआ था तो मुझे समीर की बर्थ जो IInd ए.सी में ऊपर थी, उसी के साथ सफ़र करना था.
फिर में और समीर एक ही बर्थ पर आ गये, जब ठंड बहुत थी तो इसलिए हमें कोई दिक्कत नहीं हुई. फिर पूरे कैबिन की लाईट ऑफ हो गई और समीर लेट गया. अब में बैठी हुई थी तो समीर ने कहा कि लेट जाओ, तो मैंने पूछा कि कहाँ?
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वो कहने लगा कि पहले में लेट जाता हूँ और फिर तुम मेरे ऊपर लेट जाओ, तो में उसके ऊपर लेट गई. फिर थोड़ी देर के बाद समीर ने मेरे कपड़ों के ऊपर से मेरे बूब्स दबाने शुरू किए, तो में कुछ नहीं बोली. फिर उसने मेरे कपड़ो में हाथ डालकर मेरी चूत में अपनी उंगली की और करता रहा, जब तक मैंने पानी छोड़ दिया.
फिर थोड़ी देर के बाद वो भी झड़ गया और हम दोनों सो गये. फिर सुबह जब दिल्ली स्टेशन आया तो तब उसने स्टेशन से बाहर निकलते ही गुडगाँव जाने के लिए टेक्सी की. फिर वहाँ पहुँचने के बाद उसने मुझे एक होटल में रखा. फिर मैंने उससे पूछा कि यहाँ क्यों लाए हो? अब तो बता दो. फिर वो कहने लगा कि पहले तुम नहाकर तैयार हो जाओ, हमें मार्केट जाना है. फिर मेरे तैयार होने के बाद वो खुद भी नहाने चला गया.
फिर थोड़ी देर के बाद ब्रेकफ़स्ट लेने के बाद वो मुझे मार्केट लेकर गया. फिर उसने मुझे एक लाल कलर की साड़ी और लाल अंडर गारमेंट्स का एक सेट, चूड़ियाँ, बिंदी दिलाई. अब मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि ये ऐसा क्यों कर रहा है? फिर हमने बाहर ही खाना खाया और फिर वो मुझे एक ब्यूटी पार्लर में ले गया, तब तक शाम हो गई थी.
फिर ब्यूटी पार्लर में मेरा पूरा मेकअप किया गया. अब मुझे लगा कि शायद शादी में जाना है तो मैंने अपनी ड्रेस चेंज की और लाल साड़ी पहनी.
फिर जब ब्लाउज पहनने का नंबर आया तो याद आया कि मैंने ब्लाउज तो खरीदा ही नहीं है. फिर मैंने फोन करके समीर को बताया. फिर उसने कहा कि उसकी कोई ज़रूरत नहीं है, तुम ऐसे ही तैयार हो जाओ, में एक घंटे में आता हूँ. फिर में तैयार होकर जब कांच के सामने गई तो मुझे खुद को देखकर शर्म आ रही थी. अब में ऐसे बाहर जाने में शरमा रही थी और अब मेरे आधे से भी ज़्यादा बूब्स बाहर दिख रहे थे.
फिर समीर कार लेकर आया और चलने के लिए कहा तो मैंने ऐसे जाने के लिए मना किया. फिर उसने कहा कि ऐसे ही चलना पड़ेगा और अब में मज़बूर थी तो मुझे जाना पड़ा. फिर वो मुझे एक क्लब में लेकर गया, वहाँ काफ़ी खुला माहौल था. अब में शर्म से पानी-पानी हो रही थी. फिर हम वहाँ लॉन में ही बैठ गये. फिर मैंने उससे पूछा कि अब तो बताओं तुम मुझे यहाँ क्यों लाए हो? तो तब उसने बताया कि मेरे बॉस यहाँ है और उन्हें इंडियन औरत बहुत पसंद है, तुम्हें उनके साथ एक रात बितानी है.
फिर मैंने उससे कहा कि तुम पागल हो क्या? मैंने तुम्हारे साथ सेक्स कर लिया तो क्या में किसी के भी साथ सेक्स कर लूँगी? तो तब वो गुस्सा होकर कहने लगा कि करना तो तुम्हें पड़ेगा, मर्ज़ी से या बिना मर्ज़ी के और ये तुम देखो. अब में कुछ नहीं कर सकती थी. फिर वो मुझे वहीं छोड़कर चला गया और कहकर गया कि बॉस से मिलकर आता हूँ.
फिर थोड़ी देर के बाद वेटर आया और उसने कहा कि मेम आपसे कोई मिलना चाहता है. अब मुझे लगा कि समीर के बॉस है तो मैंने कहा कि ठीक है. फिर 2 मिनट के बाद एक स्मार्ट सा लड़का मेरी टेबल पर आकर बैठा और कहा कि मेम आज़ रात आप मेरे साथ बिताना पसंद करेंगी? तो मैंने उससे कहा कि आर यू मेड, में तुम्हें कोई कॉलगर्ल दिखती हूँ.
फिर उसने कहा कि मेम यहाँ मौजूद ज़्यादातर लेडी या तो कॉलगर्ल है या बहुत गरीब फेमिली से है. तब मैंने उससे कहा कि में आज़ किसी के साथ व्यस्त हूँ और में बाहर से आई हुई हूँ. तब उसने टेबल पर 10,000 रुपये रखे और कागज पर अपना नंबर लिखकर दिया और कहा कि में कल आपके कॉल का इंतज़ार करूँगा. फिर मैंने मना किया, लेकिन फिर भी वो रखकर तुरंत उठकर चला गया.
फिर मैंने वेटर को बुलाकर पूछा कि ये कौन था? तो वेटर बोला कि मेम में ये तो नहीं जानता, लेकिन ये यहाँ अक्सर आते है. फिर मैंने सोचा कि कल में इसको फोन करके इसके पैसे लौटा दूँगी. फिर थोड़ी देर के बाद समीर आया और मुझे क्लब के अंदर ले गया, वहाँ जुआ चल रहा था. फिर उसने अपने बॉस को साईड में लाकर मुझसे मिलवाया, वो कुछ पैसे हार चुके थे.
फिर उन्होंने अपने बगल में मेरी कुर्सी लगवाई और अब वहाँ पर मौजूद हर आदमी की नज़र मेरे बूब्स पर थी. फिर थोड़ी देर के बाद वो पैसे जीतने लगे और जब वो कुछ पैसे जीत गये तो वो वहाँ से उठकर अपने रूम की और चल दिए. अब समीर भी उनके साथ था. फिर रूम में पहुँचने के बाद उन्होंने समीर को जाने के लिए कहा, वो मेरे पापा की उम्र यानी की 40-45 साल के हैंडसम आदमी थे, वो बहुत ही सॉफ्ट बोलते थे.
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फिर उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या पीना पसंद करोगी? तो मैंने सोचा कि ये मेरे पापा की उम्र के है बिना पिए तो में इनके सामने कपड़े भी नहीं उतार पाऊँगी.
फिर मैंने कहा कि सर कुछ भी. फिर उन्होंने कहा कि सर नहीं हैरी कहो. फिर उन्होंने पीते समय मुझसे कहा कि मैंने जीवन में तुम्हारी जैसी कॉलगर्ल नहीं देखी तो में हैरान रह गई. फिर मैंने सोचा कि मेरे दोस्त ने ही मुझे अपने बॉस के पास कॉलगर्ल बनाकर भेजा है.
फिर मैंने सोचा कि में कॉलगर्ल ही तो हूँ, जो इतने लोगों के साथ चुदवा चुकी हूँ, ये बात और है कि मैंने कभी पैसे नहीं लिए है. फिर में चुपचाप बैठ गई और ड्रिंक करने लगी. फिर थोड़ी देर के बाद उन्होंने मुझे अपनी गोद में बैठने को कहा. मैंने कभी भी अपने से इतने ज़्यादा उम्र के बंदे के साथ सेक्स नहीं किया था. अब मुझे बहुत शर्म आ रही थी.
फिर उन्होंने कहा कि पता है तुम मेरी लेडी लक हो, जब तुम आई तो में हार रहा था और तुम्हारे आने के बाद में लगभग 40,000 रुपये जीता हूँ. फिर उन्होंने मुझे लिप किस करना शुरू किया.
अब सच कहूँ तो मुझे अपने पापा की उम्र के आदमी के साथ ये सब करने में बहुत शर्म आ रही थी. फिर वो मुझे अपनी गोद में उठाकर बेड तक ले गये और अब मेरी चूड़ियाँ खनक रही थी. फिर उन्होंने मेरी साड़ी उतारते हुए पूछा कि क्या तुम मेरा झेल लोगी? तो मैंने कहा कि सर पता नहीं, लेकिन प्लीज लाईट बंद कर दीजिए मुझे बहुत शर्म आ रही है.
फिर वो कहने लगे कि लाईट बंद करके में तुम्हारे साथ बीते कुछ पल गँवाना नहीं चाहता हूँ तो में अपनी आँखें बंद करके लेट गई. फिर उन्होंने अपना कोट और शर्ट उतारकर मेरा पेटीकोट उठाकर उसके अंदर अपना मुँह डाल दिया और मेरी पैंटी को साईड में करते हुए मेरी चूत को काटने लगे. फिर उन्होंने अपनी दो उंगलियों से मेरी चूत फैलाते हुए अपनी जीभ से मेरी चूत चाटनी शुरू की तो में बेडशीट को पकड़कर एकदम छटपटा उठी. अब मुझे कुछ समझ में नहीं आया, वो कितनी देर तक मेरी चूत को चाटते रहे.
फिर जब वो बाहर निकले तो में बहुत गर्म हो चुकी थी. फिर उन्होंने अपनी पेंट और अंडरवियर उतारी तो मेरी आँखे फटी की फटी रह गई. अब उनका विशाल लंड मेरे सामने था. मैंने कभी अपने जीवन में इतना बड़ा लंड देखा ही नहीं था.
फिर उन्होंने मुझसे पूछा कि मोनू क्या तुम ये लंड चूसना पसंद करोगी? तो मैंने कहा कि नहीं सर में इसे शायद नहीं चूस पाऊँगी. फिर उन्होंने कहा कि ठीक है कोई बात नहीं. फिर वो मेरे पास आकर लेट गये और मेरी ब्रा के ऊपर से ही मेरे बूब्स दबाने लगे. फिर मैंने कहा कि सर इसे उतार दीजिए, नहीं तो ये फट जाएगी. फिर मेरी ब्रा उतारते ही वो पागलों की तरह मेरे बूब्स दबाने लगे, तो कभी मेरे निपल को अपने अंगूठे से दबाते, तो कभी चुटकियों से मसल देते. अब उनके ऊपर मेरी आआआहह, प्लीज सर आआआआअहह, प्लीज सर का कोई फ़र्क नहीं पड़ रहा था और अब वो तो बस मेरे बूब्स दबाने में लगे थे.
फिर उन्होंने मेरा पेटीकोट ऊपर उठाया और मेरी पैंटी उतार दी तो मैंने शर्म से अपनी आँखें बंद कर ली. फिर वो मेरी चूत पर अपने लंड को रगड़ने लगे और कहा कि जब तुम कहोगी तब ही डालूँगा. फिर मैंने उनसे कहा कि सर शायद में इतना बड़ा नहीं ले पाऊँगी. फिर वो कहने लगे कि कोई बात नहीं में बाहर ही झाड़ लूँगा. अब जब वो अपने लंड को मेरी चूत पर रगड़ते तो मेरा बदन एकदम सिहर उठता था.
फिर थोड़ी देर के बाद उन्होंने पूछा कि क्या मूड है? तो मैंने कहा कि डाल दीजिए सर जब रंडी बना ही दिया है तो पूरी तरह से बना दीजिए. फिर जैसे ही उन्होंने अपना लंड मेरी चूत में लगाकर धीरे से अंदर किया तो में दर्द से बिलबिला पड़ी और एक ज़ोरदार आआआआआआअहह मेरे मुँह से निकल आई और वो वहीं पर रुक गये और अपने लंड को उतना ही अंदर बाहर करते रहे.
फिर कुछ मिनट के बाद मैंने पूछा कि सर अभी कितना गया है? तो वो कहने लगे कि आधा गया है. फिर मैंने कहा कि सर में आपको तड़पाना नहीं चाहती हूँ, पूरा डाल दीजिए, जो होगा देखा जाएगा. फिर उन्होंने कहा कि सोच लो, तो मैंने कहा कि ठीक है.
फिर उन्होंने एक और धक्का लगाया. दोस्तों में तो मर ही गई थी, ऊओह आअहह माआआआआ और जाने क्या-क्या बोले जा रही थी? फिर मैंने उनसे पूछा कि अब कितना बाकी है? तो उन्होंने कहा कि अभी आधा और बाकी है. फिर मैंने कहा कि बस अब नहीं सर थोड़ी देर तक ऐसे ही कीजिए तो वो अपना लंड इतना डाले ही आगे पीछे करते रहे. फिर उन्होंने मेरी कमर पकड़कर ऐसा शॉट लगाया कि मेरे गर्भ तक एक ज़ोरदार झटका लगा और में बुरी तरह से झड़ गई. अब मेरी पूरी चूत गीली हो चुकी थी. फिर उन्होंने अपना लंड बाहर निकाल लिया और फिर बेड से नीचे उतर गये.
फिर मैंने पूछा कि क्या हुआ सर? तो उन्होंने मेरे पैर बेड से नीचे लटका दिए और फिर शुरू हुआ चुदाई का एक ज़बरदस्त दौर. अब उनका जो झटका मेरे गर्भ से टकराता था, तो में झड़ जाती थी. फिर वो एक झटका लगाकर रुक गये और अब वो भी झड़ रहे थे. अब मेरे झड़ने का आलम ये था कि मेरी चूत का सारा पानी मेरे पैरों तक आ गया था, अब मुझे एहसास हुआ कि शायद मर्दानगी इसी को कहते है. फिर थोड़ी देर तक पड़े रहने के बाद उन्होंने कहा कि चलो बाथ लेते है.
फिर मैंने कहा कि नहीं सर बहुत ठंड है. फिर उन्होंने कहा कि चलो तो ठंड नहीं लगेगी. फिर वो मुझे अपनी गोद में उठाकर बाथरूम में ले गये और बाथ टब में गर्म पानी भरा. फिर वो मुझे लेकर बाथ टब में बैठ गये और कहने लगे कि मैंने आज तक तुम जैसी रंडी नहीं देखी. फिर मैंने कहा कि सर में रंडी नहीं हूँ और अपनी सारी कहानी सुनाई.
फिर उन्होंने मुझसे कहा कि तुम चिंता मत करो में देख लूँगा. फिर वो मुझे अपने ऊपर लेटते हुए किस करने लगे और खुद ने बाथ टब में नीचे लेटते हुए मुझे अपने लंड पर बैठाया और एक ही ज़ोरदार झटके के साथ अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया. फिर पानी के अंदर एक अजीब से एहसास के साथ उनका लंड मेरी चूत में चला गया और में एकदम सिकुड़ सी गई और धीरे-धीरे धीरे मरररर गई.
अब मुझे मेरी चूड़ियों की खनक-खनक की आवाज ही सुनाई दे रही थी. फिर मैंने पहली बार उनसे कहा कि सर मज़ा आ रहा है, चोदो मुझे, बना दो मुझे रंडी, आपके लिए में रंडी बनने के लिए भी तैयार हूँ, ज़ोर से सर और ज़ोर से, फाड़ दीजिए मेरी चूत और उूउउउउफ्फ उूउउफफफफ्फ ऊऊफ्फ करती भी जा रही थी. अब पानी से छप-छप की आवाज़ आ रही थी.
फिर जब वो झड़े तो में उससे पहले दो बार झड़ चुकी थी. फिर हम रूम में वापस आ गये. फिर थोड़ी देर के बाद उन्होंने पूछा कि क्या एक बार फिर करे? तो मैंने कहा कि जैसा आप ठीक समझे. फिर वो बेड पर से उठे और अपने सूटकेस से 30,000 रुपये लाकर मुझे दिए और कहा कि ये तुम्हारे है, तो मैंने लेने से मना किया. फिर वो कहने लगे कि ये मैंने तुम्हारी वजह से जीते है, इससे में तुम्हारी कीमत नहीं लगा रहा हूँ प्लीज ले लो, तो मैंने वो पैसे ले लिए.
फिर उन्होंने पूछा कि क्या तुम मेरा लंड चूसना पसंद करोगी? तो मैंने कहा कि सर मैंने आज़ तक ऐसी चुदाई नहीं की है, अब आप जो कहेगें में वो करूँगी, तो उन्होंने झट से अपना लंड मेरे मुँह में दे दिया. फिर में थोड़ी देर तक उनका लंड चाटती रही तो उनका लंड फिर से खड़ा हो गया. फिर उन्होंने मुझसे पूछा कि अब क्या मूड है?
मैंने कहा कि सर आज़ रात में आपकी हूँ आप जो चाहे करो. फिर उन्होंने कहा कि फिर सोच लो, तो मैंने कहा कि सोच लिया सर आप जो चाहे करो. फिर वो लेट गये और मुझसे अपने लंड पर बैठने को कहा, सच बताऊं तो अब में उनकी दीवानी हो चुकी थी. फिर में जैसे ही उनके लंड पर बैठी तो उन्होंने झटके से मेरी कमर पकड़कर मुझे नीचे किया तो में चिल्लाई, लेकिन अब उनके ऊपर कोई फ़र्क नहीं पड़ रहा था, वो इस खेल के माहिर खिलाड़ी थे. अब में हिल भी नहीं पा रही थी और फिर कुछ मिनट के बाद उन्होंने ही हिलना शुरू किया.
अब मैंने भी उनकी चुदाई को इन्जॉय करना शुरू ही किया था कि उन्होंने अपना लंड बाहर निकाल लिया. फिर उन्होंने मुझे घोड़ी बनने को कहा और थोड़ी देर तक घोड़ी बनने के बाद उन्होंने मेरा एक पैर टेबल पर रखा और एक पैर ज़मीन पर रख दिया और फिर मुझे चोदा. अब वो हर 5 मिनट के बाद पोजिशन बदल देते थे, इस तरह से उन्होंने मुझे 6 तरह की पोजिशन में चोदा. अब सच बताऊं तो में उनकी चुदाई की दीवानी हो चुकी थी.
फिर जब वो मेरी चूत में झड़े तो मुझे ज़न्नत का मज़ा आया और अब में बुरी तरह से थक चुकी थी. फिर सुबह 7 बज़े उन्होंने मुझे जगाया और फिर मुझे तैयार करके मेरे होटल छोड़ आए. फिर उन्होंने कहा कि क्या तुम मुझसे शादी करना पसंद करोगी? तो मैंने कहा कि सर में तो आपकी रखेल भी बनने को तैयार हूँ, मगर में शादी नहीं कर सकती हूँ, मेरी कुछ मज़बूरियाँ है, लेकिन आप मुझे जब भी बुलाओगे में ज़रूर आ जाऊँगी. फिर मैंने उनकी आँखों में आँसू देखे तो उन्होंने मुझे टाईट हग किया और फिर वो चले गये और जाते समय उन्होंने पलटकर भी नहीं देखा और में रूम में जाते ही सो गई.