नमस्ते फ्रेंड्स, आज मैं जतिन दिल्ली से फिर से आपके लिए एक मजेदार चुदाई की कहानी लेकर आया हूँ.
ये प्यार भरी दास्तान मेरी और मेरी प्यारी गर्लफ्रेंड मीनल की है.
आप लोगों को मैं अपना परिचय दे दूं, मैं 24 साल का स्लिम बॉडी वाला युवक हूँ. मेरा रंग एकदम खुलता गेहुआं है. मेरा लंड 6 इंच लम्बा और औसत से अधिक मोटा है. अब मैं कुछ मीनल के बारे में भी बता दूं. उसकी उम्र मुझसे दो साल बड़ी है वो 26 साल की है. उसका फिगर 36-30-34 का है, फेयर कलर है और वो एक हुस्न की परी है. कोई भी उसे देखकर उसको प्रपोज़ करके चोदने की ज़रूर सोचेगा क्योंकि वो एक मस्त माल है.
यह कहानी एक साल पहले की है. मैं एक रेस्टोरेंट में कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर की जॉब करता था. हमने दिल्ली के होटल में फ्रेंडशिप डे की पार्टी अरेंज की थी. लगभग 100 लड़के और लड़कियां उसमें शामिल हुए, सबने खूब एंजाय किया.
जब वो सभी वापस जा रहे थे, तो मैंने उनके व्यूज लिए, सबने अच्छे व्यूज दिए थे.
मैंने उसमें एक नाम मीनल का देखा. उसका पूरा नाम लिखा था तो अगले दिन मैंने उसे फेसबुक पर सर्च किया. मुझे उसकी आईडी मिल गई. जब मैंने मीनल की प्रोफाइल देखी तो क्या खूबसूरत लग रही थी. वो एकदम हेरोइन लग रही थी. जब मैंने उसकी डिटेल्स चैक की.. तो उसका स्टेटस सिंगल का था. मेरे मन में आया कि बेटा पटा ले इसको, वैसे भी.. तू भी सिंगल है और वो भी, सो मैंने लगे हाथ उसको रिक्वेस्ट सेंड कर दी. फिर सेम डे शाम को उसका मैसेज आया.
मीनल- हू आर यू?
मैं- हैलो.. मैं रेहान, हाउ आर यू?
मीनल- इह.. आई एम गुड.. एंड आई कॅन सी योर नेम हियर.. बट हाउ यू नो मी?
मैं- यू नो.. कल तुम रेस्तरां में आई थीं अपने फ्रेंड्स के साथ.. तभी मैंने तुम सभी के व्यूज लिए थे, तुमने भी अपने व्यूज दिए थे और उसी की डिटेल से मैंने तुमको सर्च किया है.
मीनल- ओह ये बात थी.. गुड..
फिर ऐसे ही बातें होती रहीं और हम अच्छे फ्रेंड्स बन गए. इसके बाद तो कई बार वो ऑर्डर करके फूड अपने ऑफिस में भी मंगवाती थी. हम दोनों काफ़ी घुलमिल गए थे.
उसने अपनी लाइफ की स्टोरी बताई कि उसके डैड की डैथ हो गई है.. सो अब वो ही अपनी फैमिली की ज़िम्मेदारी संभालती है.
मुझे उसकी कहानी सुनकर बहुत दुख हुआ और तब से मुझे उससे प्यार होने लगा.
काफ़ी दिन तक रेग्युलर बातों में ही बीत गए. फिर जुलाई में उसका बर्थ-डे था, तो मैंने उसको गिफ्ट करने के लिए एक ड्रेस खरीद ली. फिर जब उसका ऑफिस से निकलने का टाइम होता है, उस वक्त मैं वहाँ गया और उसको कॉल किया. तब वो मेरे पास आई और उसे मैंने गिफ्ट दी. पहले तो वो नहीं ले रही थी, लेकिन मेरे फोर्स करने पर उसने गिफ्ट ले लिया. उसने प्यारी सी स्माइल पास की और वो अपने घर चली गई.
मेरी रात में उससे बात हुई, उसने बताया- मैंने ड्रेस पहन कर देखी है, मुझ पर बहुत अच्छी लग रही है… थैंक्स.
मैंने कहा- दोस्ती में कोई थैंक्स या सॉरी नहीं चलता..
उसने तब भी मुझे थैंक्स कहा, मुझे बहुत खुशी हुई. अब हम दोनों और भी क्लोज़ हो गए थे.
एक बार मैंने उससे मिलने के लिए कहा और हम एक पिज़्ज़ा सेंटर पर मिले. वो ब्लैक कलर की ड्रेस में थी, बहुत ही सुंदर लग रही थी.
हमने फ़ूड ऑर्डर किया और साथ में खाया. इस दौरान मैंने उससे कहा- तुम वाकयी बहुत बहादुर लड़की हो.. पूरे घर की जिम्मेदारी को तुम अकेले संभाल रही हो.
मेरी बात सुनकर उसकी आँखों में आँसू आ गए थे. मेरे पूछने पर उसने बताया कि आज उसे अपने डैड की याद आ रही है.
मैंने उसके चेहरे पर उसके बहते आंसुओं को अपने हाथों से साफ़ किया और उससे कहा- बेबी, तुम क्यों अकेली फील करती हो.. मैं हूँ ना यार..
वो सर हिलाकर हाँ कहने लगी.
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फिर हम वहाँ से निकल कर एक पार्क में गए, वहाँ एक शांत स्थान पर जाकर बैठ गए. मैंने उसे चॉकलेट दिया और ‘आई लव यू..’ बोला, उसने मेरे प्रपोज़ल को एक्सेप्ट किया और मेरे कंधे पर सर रखकर बात करने लगी.
मुझे वो पल बहुत ही सुहाना लगा, अब मेरा भी अकेलापन दूर हो गया था, सो हमने बहुत देर बातें की.
कुछ देर बाद अँधेरा घिरने लगा था तो मैंने उसके माथे पर किस किया और हम लोग वहाँ से निकल गए.
हमारे बॉस का एक दूसरा होटल भी था, तो दो दिन बाद वहाँ मीनल के ऑफिस की मीटिंग थी. उसने मुझे बताया तो मैं भी वहाँ पहुँच गया. क्योंकि मैं रेस्तरां का स्टाफ था तो वहाँ मुझे एंट्री मिल गई थी. मैं जब मीनल से मिला तो मेरी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था.
वो उस दिन वाइट शर्ट और ब्लू जीन्स में थी.. बहुत ही हॉट लग रही थी. मेरे दिल में तब रोमांस करने का सूझा, तो मैंने होटेल के मैनेजर से रिक्वेस्ट करके एक रूम 2 घंटे के लिए ले लिया. चूंकि वो मुझे जानता था कि मैं उसी कंपनी का हूँ. उसने मुझे कमरे की चाभी दे दी.
फिर मैंने मीनल को मैसेज किया कि प्लीज़ कम ऑन फर्स्ट फ्लोर, आई वांट टू मीट यू..
मीटिंग हॉल दूसरे फ्लोर पर था, जहाँ मीटिंग चल रही थी. मीनल मेरे कहने पर आई और उसके हाथ को पकड़कर मैं उसे उस रूम में ले गया.
वो डर गई थी और कहने लगी- रेहान क्या कर रहे हो यार.. कोई आ जाएगा, तो दिक्कत हो जाएगी.
मैंने कहा- ये रूम कुछ समय के लिए मेरा है, यहाँ कोई नहीं आएगा जान.
मैंने रूम का डोर अन्दर से लॉक किया और मीनल को हग किया. उसने भी अपने हाथ मेरी पीठ पर रखकर मुझे एक तगड़ा सा हग किया.
कुछ देर हम दोनों यूं ही एक-दूसरे की बांहों में बने रहे. फिर मैं उसे अपनी गोद में उठाकर बेड पर ले गया और उसके ऊपर आ गया. उसके चेहरे को सर से लेकर गालों तक चूमने लगा. उसने अपने हाथ मेरी पीठ पर रख दिए और वो मुझे सहलाने लगी.
मैं गर्म होने लगा, उसके होंठों को चूमते हुए उसे स्मूच करने लगा. वो भी मेरा साथ दे रही थी. मैंने उसकी जीभ को चूसा तो वो मस्त होने लगी.
अब मैंने उसे चूमते हुए उसकी नेक पर किस किया और चाटने लगा, वो अपने मम्मों को ऊपर कर रही थी. वो भी मदहोश होने लगी थी. मैंने उसकी शर्ट के बटन खोलते हुए उसे किस करना चालू रखा.
वो मुझे ये सब आराम से करने दे रही थी, शायद वो भी यही चाह रही थी. सो अब शर्ट के बटन खोलने के बाद मैं नीचे होकर उसके पेट को चूम चाट कर ऊपर को बढ़ रहा था.
उसने बहुत ही नूडल स्ट्रिप वाली टाईट समीज पहनी हुई थी, इसमें मेरी जान किसी Delhi 5-Star Hotel Escorts की तरह बहुत ही क्यूट लग रही थी.
ऊपर होते हुए अब मैंने उसकी समीज निकाल दी, वो पिंक एयरटाइट ब्रा में थी. उसके मम्मों का कातिल नज़ारा मेरी नजरों के सामने था. उसकी ब्रा में में बाहर निकलने को आतुर मम्मों को देख कर गरम होने लगा और उसके मम्मों को ब्रा के ऊपर ही किस करके उसकी क्लीवेज पर अपनी जीभ से चाटने लगा.
वो मादक सिसकारी भर रही थी. उसने भी मेरी शर्ट और वेस्ट निकाल दी. मैंने नीचे होकर मैंने उसकी जीन्स का बटन खोला, ज़िप नीचे की और उसकी चुत की महक को फील किया.
वाह… ऐसी खुशबू तो पर्फ्यूम की भी नहीं होती.. एकदम मस्त महक थी. चुत की खुशबू से मैं और हॉट हो गया. मैंने उसकी जीन्स को नीचे खिसका दिया. उसने भी जीन्स निकालने में अपने चूतड़ों को उठाकर पूरा सहयोग दिया.
अब वो मेरे सामने पिंक ब्रा और पेंटी में थी. उसका मक्खन सा मुलायम बदन किसी हेरोईन से कम नहीं था. मैंने उसकी चुत को पेंटी के ऊपर ही किस करके उसकी जाँघों को चाट कर टाँगों को चूमा.. और फिर उसको अपने ऊपर ले लिया.. मैं नीचे हो गया.
अब वो मेरे बदन को चूम रही थी. गर्दन से लेकर नीचे तक उसने मुझे जी भर के चूमा. फिर उसने अपना हाथ बढ़ाकर मेरी जीन्स खोली और निकाल दी. मेरा लंड तो टाइट ही था वो लंड का उभार देखकर बहुत खुश हुई और अपने होंठों से अपने दांतों काट रही थी. साथ ही मेरे लंड को सहला भी रही थी.
फिर उसने प्यार से मेरे लंड को कच्छे से आज़ाद किया. अपने मुलायम हाथों में लंड को लिया, मुझे हॉट और सेक्सी फीलिंग हुई. अब वो लंड को रगड़ते हुए नीचे को हुई. मैंने उसकी आँखों में देखा तो उसने मुस्कुराते हुए मेरे लंड का सुपारा अपनी जीभ से चाटा और लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी.
मेरा लंड जब उसके मुँह में जा रहा था तब बहुत ही सुख का अनुभव हो रहा था. उसकी गर्म-गर्म जीभ से मेरे लंड की मसाज हो रही थी. करीब 5 मिनट के बाद जब मैं झड़ने जैसा हुआ, तो मैंने उसके मुँह से लंड निकाला और उसको नीचे करके उसके ऊपर आ गया.
अब उसकी चुत चोदने की बारी थी. मेरा लंड तो वैसे ही उसके थूक से गीला था. बस मैंने लंड को उसकी चुत के होल पर सैट किया, थोड़ा वहाँ लंड से चुत की फांकों को रगड़ा. तो वो ‘आअहह..’ कर उठी.
वो बोली- प्लीज़ जान, अब जल्दी करो प्लीज़..
मुझे भी उसकी चुदाई करनी थी, तो मैंने चुत के अन्दर एक धक्का लगा दिया. मेरा लंड एक ही झटके में ही सरसराता हुआ अन्दर चला गया, क्योंकि लंड गीला था. वो सिहर सी गई, उसे बहुत पेन हो रहा था, उसको लेकिन मज़ा भी आ रहा था.
उसने मुझे टाइटली हग किया हुआ था. कुछ देर की पीड़ा के बाद मैं आगे-पीछे करते हुए उसे धकापेल चोद रहा था.
उसकी मस्ती को देखते ही मैंने लंड की स्पीड बढ़ा दी.
वो ‘आअहह..उम्म्ह… अहह… हय… याह… य्अहह.. जानन्न्..’ कर रही थी. कुछ ही देर में वो झड़ गई थी क्योंकि उसका गर्म लावा मुझे मेरे लंड पर महसूस हुआ.
मैंने चुदाई ज़ारी रखी तो कुछ ही पलों बाद वो भी अपने चूतड़ उठाकर चुदवाने लगी थी. अब झड़ने की मेरी बारी थी तो मैंने लंड बाहर निकाल कर उसके पेट पर माल गिरा दिया. उसने अपने हाथों से लंड की मुठ मारके मेरा बाक़ी का रस भी निकाल दिया.
मेरा पूरा माल उसके पेट पर गिरा उसे अच्छा फील हुआ, फिर किस करके हम दोनों उठे और फ्रेश होकर वापस निकल गए.
वो मीटिंग में चली गई और मैं अपनी ड्यूटी पर आ गया.
दोस्तो, यह थी मेरी रियल सेक्स स्टोरी.