सिस्टर चुदाई कहानी मेरी बुआ की मेरी हमउम्र बेटी के साथ सेक्स के मजे की है. वह काफी समय हमरे घर बिताती थी. एक दिन वह अपनी बॉयफ्रेंड से बात कर रही थी.
मेरा नाम सुरेश है. मैं Allahabad का रहने वाला हूँ.
मुझे सेक्स स्टोरी पढ़ना पसंद है.
मेरे मॉम डैड दोनों ही पुलिस में हैं.
मैं उनका इकलौता बेटा हूँ.
आपका समय नष्ट ना करते हुए सीधे सिस्टर चुदाई कहानी बताता हूँ.
मेरी बुआ का घर हमारे घर से पास ही है.
वह मेरी बुआ की लड़की है, उसका नाम जिया है … एकदम सेक्सी माल.
उसके 36 साइज़ के बूब्स, 40 इंच की गांड मस्त कंटीला माल थी.
देखने में थोड़ी गदराई हुई थी और बहुत ही सेक्सी माल थी.
जिया अपने स्कूल से सीधे मेरे घर आ जाती थी क्योंकि बुआ भी सरकारी नौकरी में थीं और उन्हें घर वापस आने में काफी देर हो जाती थी.
हमारे घर आकर जिया मेरे साथ ही बनी रहती थी.
हम दोनों ही 12वीं में थे उस समय!
फिर जब बुआ घर आ जाती थीं तो वह अपने घर चली जाती थी.
यह बात तब की है जब मैं स्कूल से वापिस घर आया.
मेरी बुआ की बेटी भी हमारे साथ घर आई थी.
उस दिन भी हमेशा की तरह मेरे घर में कोई नहीं था.
जिया स्कूल से मेरे घर आई हुई थी.
घर आकर उसने अपने कपड़े बदले.
वह अक्सर ऐसा ही करती थी और उसके कपड़े हमारे घर में एक अलमारी में रखे रहते थे.
उस दिन उसकी ड्रेस देख कर मेरा लंड एकदम से खड़ा हो गया था.
उसकी चूचियां आधे से ज्यादा दिख रही थीं.
वह मेरे घर के बाहर वाले कमरे में बैठ कर अपने ब्वॉयफ्रेंड से बात कर रही थी.
मैंने खिड़की से देखा तो वह वीडियो कॉल पर बात करती हुई अपने बूब्स दबा रही थी.
उसे ऐसा करती देख कर मैंने भी अपना लंड मसलना चालू कर दिया.
मैं उसे खिड़की से बूब्स दबाते हुए देखने लगा.
कुछ ही देर में मेरे मन में आया और मैंने और उसकी वीडियो भी बना ली.
उसके बाद जब उसकी बात खत्म होने का नाम ही ले रही थी.
तब मैंने अन्दर आकर उससे कहा- जिया, क्या कर रही हो?
वह अपने मम्मों से हाथ हटा कर और उन्हें ढकती हुई बोली- कुछ नहीं, कुछ नहीं.
यह कह कर उसने फोन कट कर दिया.
मैं हँसने लगा.
वह बोली- क्या हुआ?
मैंने अपने लंड को सहलाते हुए कहा- क्या हुआ … आपको सीने में दर्द हो रहा था क्या जो बार बार आप अपने सीने को दबा रही थीं?
मेरे मुँह से इतनी बिंदास बात सुनकर वह पहले तो अवाक हो गई, फिर वह भी हंसने लगी.
उसने मेरे लंड की तरफ देखा और वापस एक बार अपने दूध मसल कर दिखाया.
यह देख कर मैं उसके पास से चला गया.
कुछ देर बाद उसने मुझे अपने पास बुलाया और बात करने लगी.
मैंने उसके साथ फिर से उसके दूध दबाने वाली बात छेड़ दी.
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उसने कहा कि यह बात किसी को नहीं बताना!
मैंने कहा- यदि नहीं बताऊंगा तो मुझे क्या मिलेगा.
उसने सीधे मेरे लंड पर हाथ लगा दिया और बोली- बदले में तुझे मेरा प्यार मिलेगा.
यह कहती हुई उसने मेरी पैंट खोली और मेरा लंड निकाल कर सीधा अपने मुँह में ले लिया.
मैं एक पल के लिए तो सन्न रह गया कि यह क्या हुआ.
वह मेरा लंड देखकर बोली- तेरा लंड तो मेरे ब्वॉयफ्रेंड से भी बड़ा है.
मैं खुश हो गया.
वह मेरे लंड से खेलने लगी.
फिर जब वह लंड चूस रही थी तो मेरा पूरा लंड तन गया था.
हम दोनों ने अब किस करनी शुरू कर दी.
मैं उसके 36 साइज के बूब्स दबाने लगा.
मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था.
उसके बड़े बड़े दूध मेरे दोनों हाथों में ही नहीं आ रहे थे.
वह बोली- मेरे दूध कैसे लगे?
मैंने कहा- एकदम झकास … वैसे इनको इतना बड़ा करने में आपके ब्वॉयफ्रेंड का ही हाथ है
या आपने खुद कर लिए?
वह हंसने लगी और बोली- दोनों ने मिल कर बड़े किए.
इसी तरह की हंसी मजाक के साथ हम दोनों एक दूसरे के जिस्म से खेलते रहे.
कुछ देर के बाद मैंने उसका ट्राउजर खोला और टॉप भी हटा दिया.
वह अब मेरा सामने पैंटी और ब्रा में थी.
उसकी ब्लैक कलर की ब्रा पैंटी में उसका गोरा बदन मस्त लग रहा था.
मैं उसे टू पीस में देखकर इतना ज्यादा खुश हुआ कि मेरा लंड भी टनटना कर उसे सलामी देने लगा.
मैंने उसके मम्मों को चूसना शुरू कर दिया.
वह भी बड़ी वासना से मुझे अपने दोनों दूध पिला रही थी.
कुछ ही देर में वह इतनी ज्यादा गर्म हो गई थी कि उसकी चूत से पानी निकल रहा था.
इधर मेरा लंड भी टनटना गया था.
वह बोली- अब बस चोद दे जल्दी से … आज अपनी Allahabad ki Randi बहन की चुत फाड़ दे!
मैंने उसे चित लिटाया और अपना मोटा लंड उसकी चुत पर रख कर बिना थूक लगाए पेल दिया.
मेरा आधा लंड अन्दर चला गया.
वह दर्द भरी आवाज में चिल्लाने लगी- उई मम्मी रे … आज मर गई … आह इतना बड़ा लंड है तुम्हारा … साले चुत फाड़ दी मेरी … आह!
मैंने कहा- तुमने ही तो कहा था कि चुत फाड़ दो.
वह कराहती हुई बोली- आह आज ही फाड़ दोगे तो कल से क्या चोदोगे?
मैंने कहा- कल से तेरी गांड मारूँगा.
वह दर्द से तड़फ रही थी पर मेरे मुँह से गांड मारने वाली बात को सुनकर हंस दी.
कुछ देर के दर्द के बाद हमारी मस्त चुदाई शुरू हुई.
मैंने लगभग बीस मिनट लगातार चुदाई की.
वह उसके बाद मेरे लौड़े के ऊपर सवार हो गई और लंड लेने लगी.
कुछ ही देर में उसका पानी निकल गया और उसके 5 मिनट बाद मेरा भी वीर्य छूट गया.
उसके बाद वह वॉशरूम गई और उसने अपने आपको साफ किया.
फिर हम दोनों ने साथ में बैठकर खाना खाया.
हम दोनों चुदाई की बातें करने लगे.
उसी वजह से खाना ख़ाते वक्त मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.
वह अपने बर्तन रखने किचन में गई थी तो मैंने उसे किचन में ही पकड़ लिया.
उधर ही मैं उसके बूब्स दबाने लगा.
वह बोली- नहीं अभी मैं बहुत थक गई हूँ. बाद में कर लेना सुरेश!
मेरा लंड काफी तन गया था.
मैंने फिर से उसका ट्राउजर नीचे किया और उसे घोड़ी स्टाइल में खड़ी कर दिया.
वह बोली- प्लीज अभी नहीं ना … प्लीज मान जाओ ना!
मैंने थूक लगा कर उसकी चुत में लंड पेल दिया और उसकी बांहें पकड़ कर तेज तेज धक्का देने लगा.
वह चिल्लाने लगी और कराहती हुई बोली- आह … साले अन्दर तक टच हो रहा है … धीरे धीरे करो आह.
उसे दर्द हो रहा था तो वह मार्मिक आवाज निकालने लगी.
मैंने कहा- साली तू ही तो कह रही थी कि रंडी बना कर चोद दो.
वह बोली- आह प्लीज धीरे करो … हाय मम्मी मर गई.
कुछ देर की सिस्टर चुदाई के बाद उसे मज़ा आने लगा.
वह भी जोर जोर से कहने लगी- आह चोद दे कमीने … आज अपनी इस रंडी बहन की चुत को भोसड़ा बना दो.
फिर 20 मिनट की चुदाई के बाद उसका पानी निकल गया.
लेकिन मेरा पानी नहीं निकल रहा था तो मैं उसे कमरे में ले गया, उसकी एक टांग गद्दे पर रख कर उसे चोदने लगा.
लगभग दस मिनट तक वैसे ही चोदने के बाद भी मेरा पानी नहीं निकल रहा था.
फिर मैंने उसे अपने लौड़े के ऊपर बैठा लिया और उचका उचका कर चोदने लगा.
उसे भी वापस मज़ा आने लगा था.
वह भी अपने दूध उछाल उछाल कर मेरे लंड को चोद रही थी.
उसकी उछलती चूचियों को देख कर मेरे मन में वासना भरने लगी और लंड अपनी चरम सीमा पर आने लगा.
उस आसन में कुछ ही मिनट चुदाई चली.
वह मुझे अपने दोनों दूध बारी बारी से चुसवाने लगी थी.
मैं उसके निप्पल खींच खींच कर उसके मम्मों की माँ चोद रहा था.
फिर मैंने उसे डॉगी स्टाइल में किया और सिस्टर की चुदाई करने लगा.
मैं चुत चुदाई के साथ साथ उसकी गांड में उंगली करने लगा.
वह उचकने लगी कि वहां नहीं करो.
पर मुझे उसकी गांड में उंगली करने में बड़ा मज़ा आ रहा था.
अब मेरा निकलने वाला हो गया था.
मैंने उससे पूछा- कहां निकालूँ बेबी?
वह बोली- मेरे मुँह में.
मैंने लंड चुत से निकाला और वह जल्दी से सीधी हो गई.
उसी समय मेरे लौड़े ने पिचकारी मारनी शुरू कर दी.
मेरा आधा माल उसके चेहरे पर और आधा मुँह में निकल गया.
वह मेरा सारा माल गटक गई.
मैंने उससे कहा- आज से तू मेरी रखैल है. जब मेरा मन करेगा, तब तुझे चोदूंगा.
उसके बाद हम दोनों नंगे ही लेट गए और सो गए.
शाम को 5 बजे उठे, तो याद आया कि मॉम डैड आने वाले होंगे.
दोस्तो, इस तरह से मेरी और मेरी बहन की मस्त चुदाई चलती रही और वह मेरे लंड की कायल हो गई.
उसने अपने ब्वॉयफ्रेंड को भी छोड़ दिया.
अब वह मेरे कहे अनुसार चुदवाने को राजी रहती है.
एक दिन मैंने उससे कहा कि तेरी सैंडविच चुदाई करनी है.
पहले तो वह समझ न सकी कि सैंडविच चुदाई कैसी होती है.
उसने पूछा कि वह किस तरह से होती है.
मैंने कहा- इसमें तुम्हारे दोनों छेद में लंड चलेंगे.
वह बोली- और दूसरा लंड कहां से लाओगे?
मैंने कहा- वह या तो मेरी पसंद का होगा या तेरी पसंद कर होगा.
वह बोली- मैंने तो अपने ब्वॉयफ्रेंड को छोड़ ही दिया है, अब तो तुम ही दूसरे का इंतजाम करो.
मैंने हां कर दी और अपने किसी दोस्त के साथ अपनी बहन को दो तरफा चुदाई का मजा देने की सोचने लगा.
उस दिन के बाद से मैं एक रबर के डिल्डो के साथ अपनी बहन की गांड ढीली करने लगा और जिस समय उसकी गांड में डिल्डो चलता, उसी समय मैं उसकी चुत में अपना लंड पेलता रहता.
अब तक मेरे घर की ऐसी कोई जगह नहीं बची जहां मैंने अपनी बहन को चोदा ना हो.
अपने घर की छत पर, हर बाथरूम में, किचन में, हॉल में … मतलब हर जगह उसे चोद चुका था.
मैंने उसे अपनी पूरी रखैल बना कर रखी है.
फिर वह दिन आया, जब मैंने अपने खास दोस्त विशाल के साथ मिलकर जिया को चोदा था.
उस दिन स्कूल की छुट्टी थी तो वह सुबह सुबह आ गई थी.
मेरे मॉम डैड ड्यूटी पर चले गए थे.
वह आई तो उसने आते ही अपना टॉप उतार कर फेंक दिया और बोली- आज मौका है, बुला लो अपने दोस्त को!
उसको नंगी देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया था.
मैंने अपने दोस्त विशाल को फोन लगाया और उसे अपने घर बुला लिया.
वह आ गया.
तो मैंने जिया से कहा- चिकन गर्म करके मेरे कमरे में ले आओ.
वह समझ गई थी कि चिकन गर्म करने का क्या मतलब था.
जैसा मैंने उससे कहा, उसने वैसा ही किया.
वह नंगी होकर आई और उसने अपनी चुत पर बंदगोभी के पत्ता को एक पतले धागे से बांध रखा था.
चूचियों के निप्पल पर खीरे के गोल गोल पीस पतले धागे से बांध कर निप्पल छिपाए हुए थे.
वह सुर्ख लाल रंग की लिपस्टिक लगाई हुई थी और अपनी आंखों पर एक काला चश्मा लगाई हुई थी.
हाई हील के सैंडल में वह बैंकाक के किसी शो की अदाकारा लग रही थी.
वह अपनी कमर पर हाथ रख कर हम दोनों के सामने खड़ी हो गई.
मैंने उसे अपनी बांहों में खींच कर कहा- तुम्हारा दूध पीना है.
वह बोली- पी लो जान, कब मना किया है.
विशाल उसे देख कर उस पर चढ़ कर उसकी चुदाई करने को मरा जा रहा था.
उसने अपना पैंट खोला और अपना लंड मेरी बहन के मुँह में दे दिया.
विशाल का लंड लगभग 7 इंच का रहा होगा.
वह लंड चूसने लगी.
मैं कुर्सी पर बैठकर देखने लगा और अपनी बहन की लंड चुसाई का मज़ा लेने लगा.
अब मेरी बहन चुदवाने के लिए गर्मा गई थी.
वह आज अन्दर से बहुत खुश थी.
हम दोनों ने पहले उसे बारी बारी से चोदना शुरू किया.
हमारी चुदाई का सिलसिला कोई 20 मिनट तक चला.
जिया की चुत से भी माल निकल गया था.
उसके बाद हम तीनों ने गोली खाई और कुछ देर हंसी ठिठोली करने के बाद सैंडविच चुदाई का खेल शुरू हो गया.
मैंने पीछे से मोर्चा संभाला और आगे से विशाल ने लंड पेल दिया.
बस धकापेल सिस्टर चुदाई शुरू हो गई.
मेरी बहन को गांड में डिल्डो के साथ चुत चुदाई का अनुभव हो चुका था तो वह मस्ती से हम दोनों को अपनी चुत गांड की चुदाई का मजा दे रही थी.
एक घंटा तक चुदाई के बाद हम सब झड़ गए.
जिया बोलने लगी कि आज बहुत मजा आया. आज से मैं तुम दोनों की रंडी हूँ. अब मैं अपनी शादी तक किसी और लड़के को चुत गांड नहीं दूँगी.
फिर से एक और राउंड शुरू हो गया. इस बार भी एक घंटा से ज्यादा चुदाई हुई.
अब हम सबको जब भी मौका मिलता है, हम तीनों चुदाई कर लेते हैं.
उसकी एक सहेली याशिका को भी हम दोनों ने मिल कर चोदा थ. वह सेक्स कहानी अगली बार में बताऊंगा.
तो दोस्तो, यह थी मेरी सिस्टर चुदाई कहानी?
आपको कैसी लगी, मुझे मेल करके जरूर बताएं.