आंटी को चोदा घोड़े जैसे लंड से-Aunty Sex Story

आंटी को चोदा घोड़े जैसे लंड से

हॉट चूत फक स्टोरी में एक नादान लड़के ने अपनी सेक्सी मकान मालकिन को उनके घर में चोद दिया लड़के नेपहले कभी सेक्स नहीं किया था और आंटी को लंड की जरूरत थी मेरा नाम अमन है मेरी उम्र 19 साल की है हाइट 5 फुट 7 इंच है।

मेरा रंग सांवला और सामान्य से लंबे और 25 इंच मोटे लन्ड वाला बहुत मस्त और नादान लडका हूँ मेरे मकान मालकिन का नाम नीलिमा है उसके तीन बच्चे हैं पर उनको सामने से देखने से नहीं लगता है उसका फिगर कमाल का 34-32-36 है जिसे देख के किसी का भी लन्ड खड़ा हो जाए।

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यह हॉट चूत फक स्टोरी आंटी और मेरी है मैं और मेरा परिवार सेकंड फ्लोर पर रहते हैं और हमारी मकान मालकिन ग्राउंड फ्लोर पर मैं जब भी नीचे आता हूँ तो उसके हुस्न का दीदार हो ही जाता है एक बार में नहा कर जैसे ही अंडरवियर में बाहर निकला। 

तो वह मुझे सिर्फ अंडरवयर मे सामने देख के चौंक गई उसकी आंखें मेरी छाती पर टिक गई थी उसको जैसे ही होश आया उसकी नजर मेरी अंडरवियर की ओर गई और मेरे लन्ड के उभार को देख कर मुस्कुराती हुई नीचे चली गई।

एक बार मैं कुछ काम से नीचे आ रहा था तो वह अपने गेट पे खड़ी थी और उसकी ब्लाउज कंधे से खिसकी हुई थी जिससे उनकी काली ब्रा साफ़ दिख रही थी मैंने जैसे ही उसे देखा तो मैं देखता ही रह गया क्योंकि वह बहुत सेक्सी लग रही थी।

यह बात उसे पता थी कि मैं उसे देख रहा हूँ फिर भी वह अपने कपड़े ठीक नहीं कर रही थी बल्कि मुझसे नजरें मिलाकर मुझे अपनी ब्रा को एडजस्ट करने का नाटक कर रही थी फिर मैं वहा से चला गया क्योंकि मुझे बाहर काम था।

ऐसे ही मैं एक दिन छत पे पतंग उड़ा रहा था अंधेरा होने वाला था मैं भी नीचे जाने वाला था तभी नीलू छत पे आई और कपड़े उतारने लगी उनमें से एक कपड़ा कुछ ऊंचाई पर डाला हुआ था तो उसका हाथ नहीं पहुंच रहा था तो नीलिमा बोली- अमन मेरी मदद कर दो मेरी।

मैं- अभी हेल्प कर देता हूँ और मैं तुरंत उनकी हेल्प करने चला गया मैं उनके पीछे से जाकर कपड़े को उतारने की कोशिश करने लगा मेरा लोहे जैसा लन्ड उसकी गांड में टच हो रहा था और मैंने देखा कि मेरी इस हरकत का उसने विरोध नहीं किया बल्कि खुद ही अपनी गांड को मेरे लन्ड पे रगड़ने लगी।

मुझे भी मजा आने लगा इसी बीच कुछ ऐसा हुआ कि नीलिमा ने गांड और जोर से रगड़ने के लिए पीछे की ओर जोर लगाया तो मैं लड़खड़ा के गिर गया और मैंने उसको पकड़ने के चक्कर में उसे भी खींच लिया अब वह मेरे ऊपर पड़ी हुई थी।

मैंने धीरे से उनके होंठों को मेरे होंठों से छू लिए पर अब मैं डर से रूक गया कि वह मुझ पर चिल्लाने न लगे पर अगले ही पल वह मेरे होंठ अपने होंठों से मिला के चूसने लगी मैं भी उसका साथ देने लगा मैंने पहली बार किसी को किस किया था मेरी खुशी का ठिकाना नहीं था।

अब मैं किस करते करते ब्लाउज के ऊपर से ही उसके दूध दबाने लगा मेरे ऐसे करने से उसको होश आ गया वह किस करने से रुक गयी तो मैंने उससे पूछा- क्यों रुक गई तब उसने बोला- कोई आ जायेगा मैं- नीलिमा आंटी आप मुझे बहुत अच्छी बहुत अच्छी लगती हो।

नीलिमा- तुम भी मुझे बहुत अच्छे लगते हो और मुझे तुम्हारी बॉडी बहुत अच्छी लगती है मैं- मुझे आपके साथ सेक्स करना है नीलिमा- मैं भी अपनी प्यास बुझाना चाहती हूँ पर घर पर सभी लोग हैं कैसे करेंगे उतने में ही किसी की आवाज आई और वह उठ कर चली गई।

फिर हम दोनो कुछ दिन ऐसे ही मजे लेने लगे कभी छत पर तो कभी सीढ़ियों में पर हम इतने से खुश नहीं थे एक दिन जब उसके घर में कोई नहीं था तो मैं उसके कमरे में घुस गया कमरे में घुसते ही नीलिमा खुश हो गई और उसने मुझे अपनी बांहों में भर लिया।

मैं भी उसके होंठों में होंठ डालकर जोरदार किस करने लगा बीच बीच में मैं उसके होंठों को काट भी रहा था अब मैं ब्लाउज के ऊपर से ही उसके दूध को दबाने लगा उसके निप्पल इतने कड़े हो गए थे कि ब्लाउज के अंदर से ही महसूस हो रहे थे।

अब नीलिमा भी मेरे लन्ड को पैंट के ऊपर से पकड़ के रगड़ने लगी तो मैं भी उसके फुटबॉल जैसे चूतड़ों को जोर जोर से दबाने लगा इससे उसकी सिसकारियां निकलने लगी थी मैंने पूछा- घर वाले कहाँ गए हैं नीलिमा- सब लोग शादी में गए हैं।

मैं- कब तक आएंगे नीलिमा- कल तक यह सुनते ही मानो मेरे खुशी का ठिकाना ही नहीं था नीलिमा- आज रात मैं पूरी तुम्हारी हूं मैंने नीलिमा की ब्लाउज खोल दी उसके बड़े बड़े मम्मे बाहर आ गए मैं उन पर जानवरों की तरह टूट पड़ा।

नीलिमा- आराम से अमन हमारे पास पूरी रात है मैं- आपके मम्मे इतने सेक्सी हैं कि रोक भी पा रहा खुद को तब मैं उसके निप्पलों को काटने लगा इतने में नीलिमा ने मेरे पैंट के ऊपर से ही लन्ड को दबाना शुरू कर दिया था आंटी ने मेरी शर्ट उतार दी और मेरे गर्दन पर किस करने और बातें करने लगी।

इससे मेरा जोश और भी बढ़ गया अब मैंने नीलिमा आंटी का पेटीकोट खोल दिया वह अब बस पैंटी में रह गई थी जिसमें वह बहुत ही कामुक लग रही थी अब नीलिमा ने मुझे बेड के किनारे बैठा दिया और मेरे गोद में बैठ के किस करने लगी वह मेरी जीभ को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी।

पहले तो मुझे कुछ अजीब लगा फिर बाद में मजा आने लगा किस करते हुए मैं उनके मम्मे और गांड से खेल रहा था बीच बीच में एक दो चांटे भी मैंने उसकी गांड पर भी जड़ दिए इससे उसकी कामुकता बढ़ जाती और वह और जोश में आ जाती।

अब नीलिमा आंटी गोद से नीचे उतर के घुटनों के बल बैठ गई और मेरे लन्ड पे पैंट के ऊपर से ही किस किया फिर उन्होंने मेरे पैंट को खोला और मेरी अंडरवियर को नीचे खिसका दिया जैसे ही अंडरवियर नीचे खिसका तो मेरा लन्ड उछल के बाहर आ गया।

नीलिमा- आह मैं पहली बार किसी का इतना इतना बड़ा लन्ड देख रही हूं किसी का इतना बड़ा और मोटा हो सकता है मैंने आज तक सोचा भी नहीं था मैं- पहली बार मतलब? अंकल का कितना बड़ा है नीलिमा- अरे क्या बताऊं इनका तो इसका आधा भी नहीं है। 

और ज्यादा देर तक कर भी नहीं पाते थोड़ी देर खेल के ढेर हो जाते हैं मैं- आंटी और मैं भी जल्दी ढेर हो गया तो नीलिमा- मुझे पता है तेरा जल्दी नहीं होगा तेरा लन्ड तगड़ा लग रहा है अब नीलिमा ने मेरे लन्ड को चूमने लगी मानो मेरी खुशी का ठिकाना ही था।

फिर उसने लन्ड की ऊपर की स्किन को पीछे की ओर खींचना शुरू कर दिया मुझे थोड़ा दर्द होने लगा मेरे चेहरे की भाव बदलने लगे थे आंटी ने पूरी स्किन को झटके से पीछे खींच दिया और लन्ड के टोपे को मुंह में भर लिया पहले तो थोड़ा दर्द हुआ लेकिन फिर राहत भी जल्दी ही मिल गई।

वह मेरे लन्ड को और अन्दर लेने लगी और चूसने लगी मैं उसके बालों को पकड़े हुआ था क्योंकि बाल बार बार बीच में आ रहे थे तो मैंने उसके सिर को पकड़ के दबा दिया तो लन्ड गले तक जा लगा नीलिमा- अमन ऐसा मत करो मैं- ठीक है।

पर मैंने शरारत में फिर से दबा दिया इस बार उसने कुछ नहीं कहा बल्कि मजे लेकर चूसने लगी वह इतने जोर से चूस रही थी कि मेरा 10 मिनट में ही उसके मुंह में ही छुट गया आंटी ने फिर से मेरे लन्ड को अपनी दोनो चूची के बीच दबा के चूसने लगी गजब का मजा आ रहा था।

मेरा लन्ड 2 मिनट में ही एकदम टाइट हो गया तब मैंने नीलिमा को लेटने को बोला नीलिमा लेट गई और अपने पैर ऊपर कर दिये मैं पैरों के बीच बैठ के आंटी की चूत के ऊपर लन्ड को रगड़ने लगा नीलिमा- अब डाल भी दे मैं- ठीक है आंटी।

नीलिमा- आंटी नहीं अब मैं तेरी नीलू हूं नीलू बोल मैं- ओके मैंने चूत पे लन्ड को रखा पर वह फिसल गया तो मैंने फिर से जोर लगाया लेकिन फिर भी अंदर नहीं गया मेरा पहला अनुभव होने के कारण और उनकी चूत टाइट होने वजह से मैं लन्ड अन्दर डालने में असमर्थ था।

यह देख कर नीलू मुस्कुरा रही थी नीलू- पहली कभी किया है या नहीं मैं- नहीं ये मेरा पहली बार है नीलू- वाह एकदम ताजा माल मिला है मैं- आपने तो पहले भी किया है तो फिर क्यों आपकी चूत इतनी टाइट है नीलू- 1 महीने से तेरे अंकल ने कुछ नहीं किया। 

और वैसे भी उनका बहुत छोटा है और तेरा बहुत बड़ा है इसीलिए अंदर जाने में इतनी प्रोब्लम हो रही है अब नीलू ने मेरे लन्ड को अपनी चूत के छेद पे लगाया और एक झटका मारने को बोला मैंने एक जोर का झटका लगा दिया मेरा टोपा अंदर जाकर फंस गया।

नीलू की मुंह से एक चीख निकली मैं- क्या हुआ नीलू- कुछ नहीं तू करते रह मैंने एक और जोरदार झटका लगाया मेरा आधा लन्ड अन्दर चला गया तब मैंने लन्ड टोपे तक निकाला और फिर जोरदार झटका लगाया मेरा पूरा लन्ड आंटी की चूत के अंदर चला गया था।

नीलू चिल्ला उठी और अपने पैरों को मेरी कमर के चारों ओर लपेट के अपने ऊपर खींच लिया मैं दस मिनट तक ऐसे ही झटके दे दे कर चोदने लगा और वह भी गांड़ उठा उठा कर मेरा साथ दे रही थी इतने में वह दो बार झड़ चुकी थी मुझे थकता हुआ देख नीलू बोली- अमन अब मुझे ऊपर आने दे।

मैं नीचे आ गया और नीलू मेरे लन्ड को चूत में डालकर बैठ गई और जोर जोर से उछल के मुझसे चुदने लगी इस मुद्रा में उसके चूचे मेरे आंखों के सामने उछलते हुए बहुत मस्त लग रहे थे मैं उन्हें मुंह में लेकर चूसने लगा 20 मिनट की चुदायी के बाद मेरा माल निकलने वाला था।

मैंने कहा- यार नीलू मेरा निकलने वाला है कहाँ निकालूं नीलू- मेरे चेहरे पे छोड़ दो अपना माल तब नीलू नीचे उतर के मेरा लंड मुंह लेकर चूसने लगी और जैसे ही मेरा निकलने को हुआ पूरा माल उसने अपने चेहरे पर ले लिया फिर कुछ देर आराम करके नीलू फिर से मेरे लंड को छेड़ने लगी।

लंड खडा हो गया तब मैंने नीलू को डॉगी स्टाइल में होने को बोला वह घुटनों के बल झुक गई नीलू की चूत में लन्ड एक झटके में डाल दिया इस बार मेरा लन्ड ज्यादा अंदर तक जा रहा था अब मैंने नीलू के बाल पकड़ लिये और घोड़े जैसे सवारी करने लगा।

मैं नीलू को जोर जोर से चोदने लगा नीलू चीख चीख के बोल रही थी- अमन और जोर से और जोर से आह आह आह आह्ह ऐसे ही अंदर तक कर अमन मैं नीलू की गांड पर थप्पड़ मार रहा था ये हम दोनों को और भी उत्तेजित कर रहा था।

30 मिनट डॉगी स्टाइल में चोदने के बाद मेरा माल निकलने वाला था इस बार मैं नीलू की चूत में ही छूट गया और उसके ऊपर निढाल होकर गिर गया नीलू इतनी देर में 3 बार झड़ चुकी थी उसके ऊपर गिर कर मैं उसकी पीठ को चूम रहा था और काट रहा था।

अभी भी मेरा लन्ड नीलू की चूत में ही था नीलू- अमन आज तुमने मेरी चुदाई की प्यास मिटा के संतुष्ट कर दिया अब तुम जब बोलोगे तुमसे चुदाने के लिए मैं रेडी रहूंगी उस दिन से आज तक उस नीलू आंटी को अपनी मर्जी से चोदता आ रहा हूँ उसके बाद तो आंटी ने अपनी कई सहेलियों को मुझसे चुदवाया हॉट चूत फक स्टोरी पर अपनी राय मुझे भेजें।

savitabhabhi

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