टीचर सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरी पुरानी टीचर मेरे घर के पास रहती थी. मैं उनके घर के सामने निकला तो उन्होंने मुझे अपने घर के अंदर बुला लिया. उसके बाद …
दोस्तो, मेरा नाम आकाश सिंह है. मैं 21 साल का हूँ.
मैं बिहार के पटना में रहने वाला हूँ.
मेरा रंग थोड़ा साँवला ज़रूर है, लेकिन फिर भी गांव में मुझसे स्मार्ट लड़का शायद ही कोई हो.
मेरी हाइट 5 फुट 9 इंच है, चौड़ी छाती वाल गबरू मर्द हूँ.
मेरा ये कड़ियल बदन अपने गांव में किसी भी महिला या लड़की को दीवाना बनाने के लिए काफ़ी है.
ये टीचर सेक्स कहानी मेरे और मेरी क्लास टीचर अन्नू मैम की है.
उनकी शादी थोड़ी बड़ी उम्र के एक वकील से हो गयी थी … हालांकि उस वकील से उनके 2 बच्चे भी हो गए हैं.
अब अन्नू मैम की 40 साल की उम्र हो गई परंतु वे अभी भी किसी को भी अपना दीवाना बना सकती हैं.
उनकी भरपूर जवानी में ये काबिलियत अभी भी थी.
मैम का फिगर 32-30-34 की साइज़ का रहा होगा.
जब मैं उनका स्टूडेंट था उसी समय से ही वे मेरी क्रश थीं.
मैं भी उनका पसंदीदा स्टूडेंट था क्योंकि मैं हर बार फर्स्ट आता था.
रोज रात मैं उनके बारे में सोच सोच कर लंड को मसलता रहता था क्योंकि उस वक्त तक मुझे मुठ मारने का ज्ञान तक नहीं था.
मैं उस समय अपने लौड़े को आगे पीछे करने की बजाए उसे किसी मथानी की तरह मथता था और मेरा पानी निकल जाता था.
अब तो उस बात को दस साल से भी ज्यादा हो चुके हैं.
जब यह घटना हुई, तब मेरे मम्मी पापा 2-3 दिन के लिए पटना से बाहर किसी काम के लिए गए हुए थे.
घर में बड़ा लड़का मैं ही था तो दूध सेंटर पर पहुंचाने का काम मेरा ही था.
सुबह 8 बजे मैं घर से दूध का बर्तन लेकर निकला.
रास्ते में ही मैम का घर आता है.
मैं उनके घर के पास जब पहुंचा तो वे घर से बाहर निकल रही थीं.
मैंने उनको देखा, तो झुक कर प्रणाम किया.
दस साल ज़रूर हो गए थे लेकिन वे मुझको एक पल में पहचान गईं.
उन्होंने मुझसे पूछा- कैसे हो आकाश, कहां जा रहे हो?
मैंने कहा- बढ़िया हूँ मैम … आपका आशीर्वाद है.
ऐसी ही थोड़ी बात हुई.
उसी वक्त उनके पति का जाने का समय हो रहा था.
उन्होंने उधर खुले में ही मैम को हग किया और हल्के से एक चूची को दबा कर चले गए.
ये सब मेरे सामने हुआ.
मैम भी अचानक से यह होने से कुछ असहज सी हो गयी थीं लेकिन उन्होंने जल्दी से सहज होते हुए मेरी तरफ देखा.
अब मैम ने कहा- आकाश तुमसे मुझे एक हेल्प चाहिए, ज़रा घर में आना!
मैं तुरंत सहमति में सर हिलाता हुआ उनके पीछे पीछे घर के अन्दर चला गया.
वे मुझे अपने बेडरूम में ले गईं और बैठने के लिए बोलीं.
उन्होंने कहा- मैं थोड़ी देर में आती हूँ.
वे कमरे से बाहर चली गईं और मैं उनके नर्म बिस्तर पर बैठ गया.
थोड़ी देर में वे आ गईं.
मैंने पूछा- मैम बच्चे कहां हैं?
तो वे बोलीं- वे दोनों स्कूल गए हैं.
फिर वे आकर मेरे पास बैठ गईं.
मुझे दूध देने जाने के लिए देरी हो रही थी.
मैंने पूछा- मैम आपको मुझसे क्या काम है? प्लीज बताएं न … मुझे जाना भी है.
वे जबाव देने की जगह रोने लगीं.
मैंने सकपका कर पूछा- मैम क्या हुआ … रो क्यों रही हैं आप?
वे मेरे एकदम करीब आकर मुझसे चिपक कर मेरे कंधे पर सर रखकर रोने लगीं.
मैंने भी मैम को पकड़ लिया.
उनके बूब्स के सटने से मैं पागल सा होने लगा, मेरा औजार खड़ा होने लगा.
फिर मैंने जैसे तैसे अपने लौड़े को कंट्रोल में करके पूछा- मैम क्या हुआ. आप रो क्यों रही हैं?
वे बोलीं- किसी को बताओगे तो नहीं?
मैंने कहा- नहीं मैम, आप बताओ तो!
वे बोलीं- मेरे पति बुड्डे वकील को देखा ना तुमने, ये हमेशा ही मेरे साथ ऐसे करता है. रात में भी ऐसे ही करता है. मुझे गर्म करके छोड़ देता है. मैं बहुत प्यासी हूँ आकाश … प्लीज मेरी प्यास बुझा दो.
इतना सुनते ही मैंने उनको अपने से थोड़ा दूर हटाया और कहा- ये क्या बोल रही मैम? मैं आपकी इज़्ज़त करता हूँ … ये सब मुझसे नहीं होगा.
मैंने उन्हें दूर करके खुद को दो कदम दूर हटा कर खड़ा हो गया था.
वे उठ कर मेरे नज़दीक आईं और मेरे गाल पर हाथ रख कर बोलीं- देखो, मैं कहीं और करवाऊंगी तो मेरी बदनामी होगी. प्लीज गुरुदक्षिणा समझ कर ही तुम मुझे तृप्ति दे दो. वह तो मादरचोद वकील रंडी का बच्चा साला दो मिनट भी नहीं टिक पाता है.
मैं पहले से ही जोश में था.
मैम की ये सब बात सुन कर और उत्तेजित होने लगा.
लेकिन मैम को लगा कि शायद मैं उनके साथ सेक्स नहीं करूँगा.
तो वे बोलीं- ठीक है, कोई बात नहीं … तुम मेरी मदद नहीं करो.
वे जाने लगीं.
मैंने उनका हाथ पकड़ कर जोर से अपनी ओर खींचा और उनके होंठ चूसने लगा.
वे भी मेरा साथ देने लगीं.
मैम ने साड़ी पहनी हुई थी.
मैंने उनका पल्लू हटाया और उनके बूब्स दबाने लगा.
वे किस करते करते सीत्कार करने लगीं.
पूरा कमरा हम दोनों के चुंबनों की आवाजों से गूंजने लगा.
करीब 5 मिनट ऐसे ही किस करने के बाद मैंने उनको पीछे घुमाया और पीछे से उनके बूब्स दबाने लगा और साथ में गर्दन पर किस करने लगा.
मैम अपना सर मेरे कंधे पर रखकर ‘उम्म्मह … उंह.’ करने लगीं.
तब तक मेरा खड़ा लंड उनकी गांड में रगड़ने लगा.
मैंने उनको बेड पर पटक दिया. मगर वह तुरंत खड़ी हो गईं और एक एक करके मेरे कपड़े उतारने लगीं. वो मेरे साथ ऐसे रोमांस करने लगी जैसे वो एक Patna Randi हो जो अपने क्लाइंट्स के साथ सम्भोग कर रही हों.
कुछ ही पलों बाद मैं उनके सामने नंगा खड़ा था और मेरा लंड उनको सलामी दे रहा था.
वे ललचाई नजरों से मेरे लौड़े को देख रही थीं.
मैंने उनके बाल पकड़ कर नीचे बैठाया और उनके मुँह में पूरा लंड डाल दिया.
वे ‘उम्मह … उंह अघह …’ की आवाजों के साथ लंड चूसने लगी थीं.
लंड अन्दर बाहर करते हुए डालने से गावक गाउक की मधुर आवाज़ पूरे कमरे में फैल रही थी.
ऐसे ही करीब 5 मिनट तक उनका मुँह चोदने के बाद में उनके मुँह में ही झड़ गया और वे भी किसी पेशेवर रांड की तरह लंड से निकला पूरा माल पी गईं.
लंड झड़ जाने के बाद करीब एक मिनट तक मैं उनके मुँह में लंड दिए रहा और उनके बाल पकड़कर बेसुध खड़ा रहा था.
उतनी देर में उन्होंने मेरे लौड़े को चाट कर पूरा साफ कर दिया.
मैंने उनको फिर से बाल पकड़ कर उठाया और बेड पर पटक दिया.
सेक्स की भूख में अपने किरायदार से चुदी – Desi Bur ki Chudai
उनकी अस्त व्यस्त साड़ी के ऊपर ही उनके ऊपर लेट गया.
टीचर सेक्स के लिए बोलने लगीं- आकाश, अब मत देर कर … चोद दे अपनी अन्नू मैम को … और बन जा अपनी मैम के बच्चे का पापा.
उनकी चुदासी बातें सुनकर मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा और मैं मैम की कमर पर बैठकर पहले उनके बूब्स मसलने लगा.
फिर उनके ब्लाउज व ब्रा सहित एक ही बार में फाड़ कर अलग कर दिया.
अब उनके नंगे चूचे मेरे सामने थे.
मैं उनके एक मम्मे का दूध पीने लगा और उसे काटने लगा.
वे अपने दोनों हाथों से मेरा लंड सहला रही थीं और चिल्ला रही थीं- डाल दे अन्दर मादरचोद … जल्दी कर!
मैं उठा और मैम की साड़ी और पेटीकोट को खींच कर बाहर निकाल दिया.
उन्होंने पैंटी पहनी ही नहीं थी.
मैंने मैम की चूत देख कर कहा- वाह मेरी रंडी … पैंटी भी नहीं पहनी!
वे बोली- वो वकील भोसड़ी वाला अभी उंगली करके गया है. तू बात ही करेगा या घुसाएगा भी बहनचोद!
मैं बोला- साली मुझे गाली देती है रंडी … मादरचोदी रुक … तुझे अभी बताता हूँ.
मैंने लंड मैम की चूत पर टिकाया और एक झटका दे मारा.
मेरा मोटा लंड थोड़ा अन्दर घुस गया.
उनकी चूत मेरे लंड के हिसाब से थोड़ी टाइट थी.
लौड़ा घुसने से मैम की आंखों में आंसू आ गए.
वे तड़फ कर बोलीं- आह रुक जा थोड़ी देर!
मैं बोला- क्यों रंडी साली, अभी तो गाली दे रही थी भैन की लवड़ी … अभी रुक मां की चूत तेरी … अभी तेरी चूत का भोसड़ा बनाता हूँ.
यह कह कर मैंने एक और झटका दे मारा और अपना पूरा लंड मैम की चूत में डाल दिया.
मुझे ऐसा लगा जैसे लंड पेलते ही अन्दर कुछ फटा.
उनकी चूत से थोड़ा सा खून भी निकल आया.
उधर वे लंड लेते ही जोर से चिल्ला दीं.
उसी वक्त मैंने मैम का मुँह बंद कर दिया और थोड़ी देर वैसे ही पड़ा रहा.
फिर थोड़ी देर बाद मैम ने कमर उठाकर इशारा किया.
मैं भी इसी इंतजार में था, मैंने धकापेल शुरू कर दी, मैं ताबड़तोड़ धक्के मारने लगा.
वे- आहह आआ हहह चोद मादरचोद साले फाड़ दे मेरी चूत को … बना ले अपनी मैम को रंडी. आहह … ऐसी मैम कहां मिलेगी साले जो तुझको चोदना भी सिखाएगी.
मैं भी अपने एक हाथ से उनके बूब्स दबा रहा था और एक हाथ उनके गले को दबा रहा था.
साथ ही मैं लगातार धक्के लगा रहा था.
वे चिल्ला रही थीं- आह पनिश मी हार्ड … आआहह आअहह चोद … और तेज चोद साले.
मैंने उसके गालों पर जोर जोर से 3-4 चांटे जड़ दिए और उसी के साथ मैं लगातार उनको चोदे जा रहा था.
ऐसे ही दस मिनट तक चलता रहा.
वे इतने में ही दो बार झड़ चुकी थीं.
मैं अभी भी चुदाई में लगा था.
वे बोल रही थीं- आह बड़ी ताकत है रे तेरे में … आह इतने में तो मेरा वकील तीन बार झड़ जाता.
मैं बोला- आपको आज राजपूती लंड का स्वाद मिला है … अभी तो देखना जब इधर आपको अपनी लस्सी पिला कर जाऊंगा.
कुछ देर बाद मैं बोला- मैं झड़ने वाला हूँ.
वे बोलीं- मेरे अन्दर ही रस झाड़ दे अपना.
फिर मैं और वे एक साथ झड़ गए.
मैं वैसे ही उनके ऊपर लेट गया. वे भी पड़ी रहीं.
फिर मैं उनके ऊपर से उठा और टाइम देखा तो बहुत लेट हो चुका था.
मैम के भी बच्चे के आने का टाइम हो गया था.
उनको खाना बनाना था.
वे उठ कर अपने कपड़े पहनने लगीं.
मैं भी अपने कपड़े पहनने लगा.
मैं बोला- अब इस दूध का क्या करूं, जो सेंटर लेकर जा रहा था?
वे बोलीं- ये मुझको दे दो. तुम उधर बोल देना कि अन्नू मैम को चाहिए था.
मैंने कहा- अन्नू मैम या अन्नू मेरी जान!
ये कह कर मैं हंसने लगा.
वे भी हंसने लगीं.
फिर उन्होंने मुझे 1000 रुपये दिए और कहा कि 200 घर में दे देना बाकी तू रख लेना. कल से 8:30 में आना मेरे पति के जाने के बाद.
मैंने भी पैसे लिए और उनको दूध दे दिया.
वे रुकने का कह कर एक गिलास दूध लेकर आईं और मेरे लंड को दूध से धोने लगीं.
फिर उस दूध भरे गिलास को खुद पी गईं.
मेरा फिर से खड़ा होने लगा.
उतनी देर में उन्होंने मेरे लौड़े को चाट कर पूरा साफ कर दिया.
मैंने उनको फिर से बाल पकड़ कर उठाया और बेड पर पटक दिया.
उनकी अस्त व्यस्त साड़ी के ऊपर ही उनके ऊपर लेट गया.
मेरी टीचर सेक्स के लिए बोलने लगीं- आकाश, अब मत देर कर … चोद दे अपनी अन्नू मैम को … और बन जा अपनी मैम के बच्चे का पापा.
उनकी चुदासी बातें सुनकर मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा और मैं मैम की कमर पर बैठकर पहले उनके बूब्स मसलने लगा.
फिर उनके ब्लाउज व ब्रा सहित एक ही बार में फाड़ कर अलग कर दिया.
अब उनके नंगे चूचे मेरे सामने थे.
मैं उनके एक मम्मे का दूध पीने लगा और उसे काटने लगा.
वे अपने दोनों हाथों से मेरा लंड सहला रही थीं और चिल्ला रही थीं- डाल दे अन्दर मादरचोद … जल्दी कर!
मैं उठा और मैम की साड़ी और पेटीकोट को खींच कर बाहर निकाल दिया.
उन्होंने पैंटी पहनी ही नहीं थी.
मैंने मैम की चूत देख कर कहा- वाह मेरी रंडी … पैंटी भी नहीं पहनी!
वे बोली- वो वकील भोसड़ी वाला अभी उंगली करके गया है. तू बात ही करेगा या घुसाएगा भी बहनचोद!
मैं बोला- साली मुझे गाली देती है रंडी … मादरचोदी रुक … तुझे अभी बताता हूँ.
मैंने लंड मैम की चूत पर टिकाया और एक झटका दे मारा.
मेरा मोटा लंड थोड़ा अन्दर घुस गया.
उनकी चूत मेरे लंड के हिसाब से थोड़ी टाइट थी.
लौड़ा घुसने से मैम की आंखों में आंसू आ गए.
वे तड़फ कर बोलीं- आह रुक जा थोड़ी देर!
मैं बोला- क्यों रंडी साली, अभी तो गाली दे रही थी भैन की लवड़ी … अभी रुक मां की चूत तेरी … अभी तेरी चूत का भोसड़ा बनाता हूँ.
यह कह कर मैंने एक और झटका दे मारा और अपना पूरा लंड मैम की चूत में डाल दिया.
मुझे ऐसा लगा जैसे लंड पेलते ही अन्दर कुछ फटा.
उनकी चूत से थोड़ा सा खून भी निकल आया.
उधर वे लंड लेते ही जोर से चिल्ला दीं.
उसी वक्त मैंने मैम का मुँह बंद कर दिया और थोड़ी देर वैसे ही पड़ा रहा.
फिर थोड़ी देर बाद मैम ने कमर उठाकर इशारा किया.
मैं भी इसी इंतजार में था, मैंने धकापेल शुरू कर दी, मैं ताबड़तोड़ धक्के मारने लगा.
वे- आहह आआ हहह चोद मादरचोद साले फाड़ दे मेरी चूत को … बना ले अपनी मैम को रंडी. आहह … ऐसी मैम कहां मिलेगी साले जो तुझको चोदना भी सिखाएगी.
मैं भी अपने एक हाथ से उनके बूब्स दबा रहा था और एक हाथ उनके गले को दबा रहा था.
साथ ही मैं लगातार धक्के लगा रहा था.
वे चिल्ला रही थीं- आह पनिश मी हार्ड … आआहह आअहह चोद … और तेज चोद साले.
मैंने उसके गालों पर जोर जोर से 3-4 चांटे जड़ दिए और उसी के साथ मैं लगातार उनको चोदे जा रहा था.
ऐसे ही दस मिनट तक चलता रहा.
वे इतने में ही दो बार झड़ चुकी थीं.
मैं अभी भी चुदाई में लगा था.
वे बोल रही थीं- आह बड़ी ताकत है रे तेरे में … आह इतने में तो मेरा वकील तीन बार झड़ जाता.
मैं बोला- आपको आज राजपूती लंड का स्वाद मिला है … अभी तो देखना जब इधर आपको अपनी लस्सी पिला कर जाऊंगा.
कुछ देर बाद मैं बोला- मैं झड़ने वाला हूँ.
वे बोलीं- मेरे अन्दर ही रस झाड़ दे अपना.
फिर मैं और वे एक साथ झड़ गए.
मैं वैसे ही उनके ऊपर लेट गया. वे भी पड़ी रहीं.
फिर मैं उनके ऊपर से उठा और टाइम देखा तो बहुत लेट हो चुका था.
मैम के भी बच्चे के आने का टाइम हो गया था.
उनको खाना बनाना था.
वे उठ कर अपने कपड़े पहनने लगीं.
मैं भी अपने कपड़े पहनने लगा.
मैं बोला- अब इस दूध का क्या करूं, जो सेंटर लेकर जा रहा था?
वे बोलीं- ये मुझको दे दो. तुम उधर बोल देना कि अन्नू मैम को चाहिए था.
मैंने कहा- अन्नू मैम या अन्नू मेरी जान!
ये कह कर मैं हंसने लगा.
वे भी हंसने लगीं.
फिर उन्होंने मुझे 1000 रुपये दिए और कहा कि 200 घर में दे देना बाकी तू रख लेना. कल से 8:30 में आना मेरे पति के जाने के बाद.
मैंने भी पैसे लिए और उनको दूध दे दिया.
वे रुकने का कह कर एक गिलास दूध लेकर आईं और मेरे लंड को दूध से धोने लगीं.
फिर उस दूध भरे गिलास को खुद पी गईं.
मेरा फिर से खड़ा होने लगा.
तो टीचर मेरे लंड को किस करके बोलीं- अब आज नहीं राजा … आज जो तूने जो दर्द दिया है, उससे तो मैं चल भी नहीं पाऊंगी.
यह सुनकर मैं हंसने लगा.
वे भी हंसने लगीं.
फिर मैंने कमरे का दरवाजा खोला. फिर जाते जाते उनको किस किया और गांड को दबा दिया, उनके बूब्स भी मसले और चला गया.
ऐसे ही जब जब पापा कहीं बाहर होते और दूध लेकर मैं जाता तो आते वक्त मैम को चोद कर ही घर वापस आता.
दोस्तो, कैसी लगी यह टीचर सेक्स कहानी? अच्छी लगी हो … तो बताना जरूर.
मैं आगे भी एक सेक्स कहानी लिखूंगा कि कैसे मैंने पड़ोस की दीदी और आंटी को चोदा.